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गलवान संघर्ष के तीन साल पूरे होने को हैं और चीन अपनी चालबाजी से बाज नहीं आ रहा है। चीनी राष्ट्रपति के इस दावे के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जो भारत को हैरान और परेशान कर सकती है।
तीसरी बार चीन का राष्ट्रपति बनने के बाद शी जिनपिंग ने अपने खतरनाक इरादे दुनिया को बता दिए हैं। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि शी जिनपिंग को तीसरी बार राष्ट्रपति जिनपिंग को ना ही चुनाव लड़ना पड़ा और ना ही जनता के बीच अपनी लोकप्रियता को साबित करना पड़ा। लेकिन शी जिनपिंग में ने यह जरूर साबित कर दिया है कि वह भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। जिस समय भारत और चीन के बीच सीमा विवाद चल रहा है ठीक उसी समय शी जिनपिंग ने कहा है कि वह अपनी सेना को ग्रेट वॉल ऑफ स्टील बना देंगे। यानी धातु की एक मजबूत दीवार बना देंगे।
गलवान संघर्ष के तीन साल पूरे होने को हैं और चीन अपनी चालबाजी से बाज नहीं आ रहा है। चीनी राष्ट्रपति के इस दावे के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जो भारत को हैरान और परेशान कर सकती है। चीनी सोशल मीडिया ऐप वीबो पर एक सैनिक की तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में सैनिक के हाथ में एक कांटेदार हथियार दिख रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस हथियार को कॉम्बाइन्ड मेस कहते हैं। कॉम्बाइन्ड मेस एक गोल्ड वेपन कैटेगरी का हथियार है। गोल्ड वेपन कैटेगरी मैं वह हथियार आते हैं जनसेना तो फायर किया जा सकता है और ना ही धमाका किया जा सकता है। इस तरह की कैटेगरी में ज्यादातर लाठी और डंडे होते हैं।
हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें बताया गया है कि चीन गलवान संघर्ष में इस्तेमाल किए गए कंटीले डंडानुमा हथियारों से मिलते जुलते नए हथियार खरीद रहा है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने हाल ही में 26000 कोल्ड वेपन का ऑर्डर दिया है जिनमें कांटे लगे घातक हथियार तो शामिल हैं ही, खुद के बचाव के लिए आरमर या कवच भी हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही इन हथियारों की डिलीवरी चीन की सेना को हो जाएगी।
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