राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर विवाद खड़ा हो गया तो उन्होंने अब सफाई देते हुए कहा है कि मैंने इसे एक कार्यक्रम में कहा था कि कुछ लोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए भारत का उपयोग कर रहे हैं।
क्या देश में मुस्लिमों को डर लग रहा है? यह सवाल इसलिए उठ खड़ा हुआ है क्योंकि बिहार में सत्तारुढ़ गठबंधन की प्रमुख पार्टी और बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पार्टी के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक विवादित बयान दे डाला है। बिहार में उनकी पार्टी का उपमुख्यमंत्री है लेकिन उन्हें वहां रहने से डर लग रहा है। अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा है कि देश का जो माहौल है उसके चलते उन्होंने अपने बेटे से कहा है कि वह विदेश में ही नौकरी तलाशे और वहीं की नागरिकता ले ले। सिद्दीकी के इस बयान पर विवाद खड़ा हुआ तो भाजपा ने आरजेडी पर निशाना साध दिया। भाजपा की बिहार इकाई के प्रवक्ता निखिल आनंद ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि अब्दुल बारी सिद्दीकी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के करीबी सहयोगी हैं और उनकी बातें उनकी पार्टी की मुस्लिम तुष्टिकरण की संस्कृति को दर्शाती हैं। भाजपा ने कहा है कि आरजेडी के शासन में बिहार को लूटकर बेटा-बेटी को लंदन पढ़ा रहे हैं और आम भोला-भाला मुसलमान को मदरसे तक अटका दिए हैं। पार्टी ने कहा है कि डर तो उनको जरूर लग रहा है जिनकी तुष्टिकरण की राजनीति और आतंकियों को आका बनाने का व्यापार बंद हो गया।
हम आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक क्लिप में सुना जा सकता है कि अब्दुल बारी सिद्दीकी कह रहे हैं कि देश का माहौल ठीक नहीं है। वीडियो क्लिप में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘देश का जो माहौल है, उसे बताने के लिए मैं एक व्यक्तिगत उदाहरण का हवाला देना चाहता हूं। मेरा एक बेटा है जो हार्वर्ड (यूनिवर्सिटी) में पढ़ रहा है और एक बेटी है, जो लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ी है। मैंने उनसे कहा है कि वे विदेश में नौकरी तलाशें और हो सके तो विदेशी नागरिकता भी ले लें।’’ सिद्दीकी को वायरल वीडियो में यह भी कहते सुना जा सकता है, ‘‘जब मेरे बच्चों ने मेरे यहां (भारत में) रहने की ओर इशारा करते हुए (मेरी सलाह पर) अविश्वास के साथ अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की तो मैंने उनसे कहा कि वे सामना नहीं कर पाएंगे।’’
वहीं जब अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर विवाद खड़ा हो गया तो उन्होंने अब सफाई देते हुए कहा है कि मैंने इसे एक कार्यक्रम में कहा था कि कुछ लोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए भारत का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ”मैंने इसे एक कार्यक्रम में कहा था जहां पूर्व न्यायाधीश सहित कई बुद्धिजीवी मौजूद थे। मैंने पूछा था कि अगर छात्रों को यहां अवसर मिलता है, तो वे विदेश क्यों जाएंगे। कुछ लोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए भारत का उपयोग कर रहे हैं।” राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि आज कल सबसे सस्ती गाली हो गई है कि पाकिस्तान चले जाओ, पाकिस्तान तुम्हारा बाप-दादा होगा हमारा नहीं है। हमारे बाप-दादा भारत में हैं भारत में रहे हैं और हम भी यहीं रहेंगे।
वहीं भाजपा के हमलों के बीच आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने कहा है कि देश का माहौल ऐसा है कि एक बड़ी अल्पसंख्यक आबादी के मन में ये भाव है कि इस देश में हम सुरक्षित नहीं हैं और बेहतर होगा कि हम बाहर चले जाएं। उन्होंने कहा कि देश में शासन चलाने वाली पार्टी इस बात पर चिंतन नहीं कर रही है।
वहीं इस मामले पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि अगर इस देश को बचना है तो मुसलमान हो, हिंदु हो, सिख हो, ईसाई हो, हम सबको भाईचारे में रहना है। रामराज्य ये ही था कि सब बराबर हैं। कोई भी देश का आदमी पीछे रह जाए तो देश मजबूत नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि देश जरूर मुश्किल से गुजर रहा है, नफरतें बढ़ गई हैं मगर देश छोड़ने से नफरतें दूर नहीं होंगी। देश में रहकर आपको इस आग को खत्म करना है। सभी लोग खराब नहीं हैं, अच्छे लोगों की बहुत बड़ी संख्या है।