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वहीं, जहां तक यात्रा व्यय के भुगतान के तौर-तरीकों की बात है तो दो तिहाई (66 प्रतिशत) कंपनियां सामान्य तौर पर जो तरीका इस्तेमाल करती है उसमें तीसरे पक्ष की बुकिंग प्रणाली के साथ उनका कंपनी खाता होता है।
कॉरपोरेट उद्देश्य से की जाने वाली यात्राओं में तेजी आने का अनुमान है क्योंकि 77 प्रतिशत भारतीय कंपनियां 2023 में अपने यात्रा बजट में वृद्धि करने वाली हैं। अमेरिकन एक्सप्रेस के एक सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आया है।
वहीं, जहां तक यात्रा व्यय के भुगतान के तौर-तरीकों की बात है तो दो तिहाई (66 प्रतिशत) कंपनियां सामान्य तौर पर जो तरीका इस्तेमाल करती है उसमें तीसरे पक्ष की बुकिंग प्रणाली के साथ उनका कंपनी खाता होता है।
सर्वे में कहा गया कि ज्यादातर कारोबार क्षेत्र अलग-अलग तरीके इस्तेमाल करते हैं।
इसमें 61 प्रतिशत का कहना है कि वे कर्मचारियों को भुगतान एवं खर्च करने देते हैं, 57 प्रतिशत ने कहा कि वे कर्मचारियों को कंपनी कार्ड मुहैया करवाते हैं।
‘कारोबारी यात्राओं में वृद्धि: भारत के नजरिये से’ शीर्षक वाला यह सर्वे अमेरिकन एक्सप्रेस इंडिया ने सेंटर फॉर इकॉनमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च ने किया है। इसमें पता चला है कि 79 प्रतिशत भारतीय यात्रा के लिए बुकिंग एवं व्यय में कारोबारी यात्रा आंकड़ों के विश्लेषण की मदद लेते हैं।
अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिंग कॉर्प, इंडिया में उपाध्यक्ष एवं वैश्विक वाणिज्यिक सेवा के प्रमुख मनीष कपूर ने कहा, ‘‘भारत में कॉरपोरेट यात्रा को लेकर धारणा मजबूत है। बीते दो वर्ष में कारोबारी यात्रा में अस्थायी तौर पर कमी आई थी, लेकिन अब यह महामारी-पूर्व के स्तर को लगभग पार कर गई है। अंतरराष्ट्रीय यात्रा में भी तेजी आ रही है और इसके सतत पुनरुद्धार की उम्मीद है।
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