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बयान के मुताबिक, एसजेवीएन ने ई-रिवर्स नीलामी के जरिये निर्माण, स्वामित्व और संचालन के आधार पर 2.90 रुपये प्रति यूनिट की दर पर 100 मेगावॉट क्षमता की पवन ऊर्जा परियोजना की क्षमता स्थापित करने का मौका हासिल किया है। इस परियोजना के विकास पर 700 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है।
सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एसजेवीएन ने शुक्रवार को 700 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 100 मेगावॉट क्षमता की पवन ऊर्जा परियोजना स्थापित करने की घोषणा की।
एसजेवीएन ने एक बयान में कहा कि उसने भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआई) से ई-रिवर्स नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से यह परियोजना हासिल की है।
बयान के मुताबिक, एसजेवीएन ने ई-रिवर्स नीलामी के जरिये निर्माण, स्वामित्व और संचालन के आधार पर 2.90 रुपये प्रति यूनिट की दर पर 100 मेगावॉट क्षमता की पवन ऊर्जा परियोजना की क्षमता स्थापित करने का मौका हासिल किया है। इस परियोजना के विकास पर 700 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है।
एसजेवीएन ने कहा कि इस परियोजना को उसकी पूर्ण-स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी एसजीईएल के जरिये देश में कहीं भी विकसित किया जाएगा।
परियोजना के संचालन के पहले वर्ष में 26.2 करोड़ यूनिट स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन करने का अनुमान है और 25 साल की अवधि में इसका कुल ऊर्जा उत्पादन लगभग 657.4 करोड़ यूनिट होगा।
एसजेवीएन के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने कहा कि यह परियोजना एसईसीआई के साथ बिजली बिक्री समझौते (पीएसए) पर हस्ताक्षर करने की तारीख से 24 महीने की अवधि में चालू हो जाएगी।
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